अथर्ववेद्: इसमें ब्रह्म ज्ञान, औषधि प्रयोग, रोग निवारण, जन्त्र-तन्त्र टोना-टोटका आदि का वर्णन है। आलू चिप्स, बरी, पापड़ आदि बनाकर दुकानदारों को बेचना। मानवशास्त्रियों के अनुसार चार जाति समूहों; प्रोटो-ऑस्ट्रेलॉयड, भूमध्य सागरीय, मंगोलियन एवं अल्पाइन; द्वारा इस सभ्यता का निर्माण हुआ था। यदि आप अगरबत्ती बनाने का लघु उद्योग शुरू https://moneyideahindi.com/